हिंदी स्टोरी वाचक मित्रो को सुनील गर्ग का नमस्कार…मित्रो में आज आप
लोगो के साथ अपना एक अनोखा सेक्स अनुभव शेर करने जा रहा हूँ, जिसमे मैंने
एक अनजानी लड़की को स्टोरी साईट पर कमेन्ट के जरिए पटाया और चोदा था. इस
देसी लड़की का नाम शिला था और वोह भी साली चुदक्कड थी पूरी. मेरी हिंदी
सेक्स स्टोरी पढने की आदत बहुत पुरानी हैं और मैं सेक्स स्टोरियाँ इस लिए
पढता हूँ ताकि मैं अलग अलग सेक्स आसन सिख सकूँ और किस किस संजोग में आंटी,
देसी लड़की, भाभियाँ वगेरह चुदवा लेती हैं यह भी पता चले. ताकि अगर मैं इन
संजोग में रहूँ तो मुझे पता चले की क्या यहाँ चुदाई हो सकती हैं या नहीं?
मैंने लंड को उसकी चूत से पोजीशन बदलने के लिए निकाला, और उसे उल्टा कर के कुतिया यानी की डौगी स्टाइल में लिटाया. देसी लड़की को मैंने गांड पकड़ के ऊँचा किया और उसकी चूत के अंदर पीछे से मस्त लौड़ा पेल दिया. लंड चूत की गहराईओ को एक बार और छूने लगा और मैं उसे मस्त ठोकने लगा. शीला अपनी गांड के उपर हाथ रख के अपने कुलो को चौड़े करने लगी, इस से मेरा लंड देसी लड़की की चूत में और भी अंदर जाने लगा. उसकी यस्स यस्स्स्स चालू ही थी. मुझे लौड़े के अंदर अजब सी उत्तेजना होने लगी और मैंने अपने झटके और भी तेज कियें. शीला भी अपनी गांड उठा उठा के ठुकवाने लगी. मैंने दो झटके दियें होंगे तभी मेरा वीर्य उसकी चूत को भिगाने लगा. मैंने लौड़ा बहार निकाला और कपडे पहन लिए. शीला भी कपडे पहनने लगी और उसने मुझे चाय पिलाई. शीला के घर से मैं चुपके से बहार निकला और ऑटो पकड़ के अपने घर चल दिया, वह डर रही थी क्यूंकि उसकी मोम कभी भी आ सकती थी.
इस देसी लड़की की चुदाई फिर तो एक साल तक चलती रही, कुछ दिन पहले ही उसकी शादी जयपुर में हो गई. मुझे उसकी चूत का सहारा हट गया, अब में कमेन्ट में और एक चूत को अपने लिए ढूंढ रहा हूँ……!!!
कमेन्ट के निचे देसी लड़की ने दी कमेन्ट
मैं पहले इतनी कमेन्ट नहीं करता था स्टोरी के ऊपर, केवल पढ़ के छोड़ देता था…लेकिन एक दिन मैंने स्टोरी के उपर दुसरे नाम से कमेन्ट डाली के मैं जोधपुर से हूँ और अगर किसीको चुदवाना हो तो मुझे रिप्लाय करे. और साथ ही मैंने सबस्क्राइब किया कमेन्ट के लिए. तिन दिन के बाद मैं तो इस कमेन्ट को भूल ही गया था, लेकिन मुझे इ=मेल आई, जिसमे लिखा था की आपकी कमेन्ट के निचे और कमेन्ट आई हैं. मैंने सोचा कोई मेरे जैसा होगा जिसे चूत की जरुरत होगी. लेकिन उस शाम को जब मैंने वह पेज खोला तो मैं देख के दंग रह गया, वहाँ पर एक कमेन्ट थी की, मैं जोधपुर से हूँ और मुझे भी एक लंड की तलाश हैं. मुझे इस इ-मेल पे संपर्क करे….शिला….शिला की जवानी फुट पड़ी थी शायद इसलिए इस देसी लड़की ने मुझे सीधे अपना इ-मेल दिया था. मैंने तभी उसे इ-मेल किया और फिर हम दोनों 2-3 दिन तक इधर उधर की बातें करते रहे. तीसरे दिन उसने मुझे, राजस्थान स्वीट मार्ट के सामने ज्यूस सेंटर पर बुलाया. मैं मनोमन सोच रहा था की कहीं कोई चूतिया ना बना रहा हो इसलिए मैंने उसे लिखा की नहीं जब तक तुम मेरे से फोन से बात नहीं करोंगी मैं नहीं आऊंगा.फोन पर आवाज सुन के ही मेरा लंड खड़ा हो गया
इस देसी लड़की ने मुझे एक मिनिट में ही मोबाइल पे फोन किया और अपने लड़की होने की खातरी करवाई. मैंने जैसे ही उसकी मधुर मीठी आवाज सुनी, मैं उसे चोदने के दीस्वप्न देखने लगा, क्या पतला और सुरीला आवाज था. मैंने उसे कहा की मैं 20 मिनिट में ज्यूस सेंटर के बहार मिलता हूँ. मैं 15 मिनिट में ही वहाँ पहुँच गया और उसकी राह देखने लगा. मैंने देखा की सामने नुक्कड़ पर दो लडकियां स्कूटी पे बैठी थी और हंस हंस के बातें कर रही थी. मैं मनोमन सोच रहा था इन दोनों में से एक भी आ जाएँ तो बात बन जाएं. तभी मेरे मोबाइल पर कोल आई और मैंने उठाई, सामने वाली लडकियों में से मोटी लड़की मेरे साथ बात कर रही थी. वो देसी लड़की ने अपनी फ्रेंड को विदा किया और अकेली ज्यूस सेंटर में आ गई. हमने ज्यूस पिया और मैंने ज्यूस पीते पीते उसके पाँव को सहलाने लगा था. उसकी नजरे कातिल थी और वो मुझे सेक्सी तरीके से देख रही थी. मेरा तन, मन और लंड इस देसी लड़की की चुदाई के लिए बिलकुल तैयार था. हमने ज्यूस खत्म किया और मैं सोच ही रहा था की इसे कहा ले जा के अपने लंड की सौगात दू इतने में देसी लड़की बोली, चलो मेरे घर पर कोई नहीं हैं.पहले में अंदर जाती हूँ, तुम बाद में आना
घर से कुछ दूर ऑटो रुकवाया और देसी लड़की ने पैदल चलते मुझे अपना घर दिखाया और बोली, पहले मैं घर में चली जाती हूँ तुम बाद में आके बेल बजाना. साली चालू चीज थी, उसको पता था दोनों साथ में गए तो कोई भी शक कर लेगा. मैं जाती हुई लड़की शीला की गांड देख रहा था. उसने अंदर जा के दरवाजा बंध किया, मैंने थोड़ी राह देखी और फिर मैं घर के डोरबेल को बजाने लगा. उसने दरवाजा खोला और मुझे नाटक करते हुए कहाँ, एकदम अंदर मत घुसना. और 10-15 सेकंड्स वही रुकाने के बाद उसने मुझे अंदर ले के दरवाजा बंध किया. साली शीला थी तो होंशियार. मैंने अंदर जाते ही उसे गले से लगा लिया और उसको गले और होंठो पर चूसने लगा. उसने सीधे ही लंड के उपर हल्ला बोला और लंड को सहलाने लगी. उसका स्पर्श बहुत सेक्सी था. मैंने भी तुरंत अपनी जींस खोल दी. मैं मनोमन सोच रहा था…साला अभी तक रंडियों के पीछे इतना पैसा लुटा दिया और चूत तो कमेन्ट करने पे मुफ्त मिल सकती थी.देसी ब्लोजोब बाय ए देसी गर्ल
शीला ने मुझे कुर्सी पर बिठाया और मेरी अंडरवेर उतार दी, देसी लड़की मेरे लंड की लम्बाई देख के खुस सी हो गई. मेरा लंड 8 इंच लम्बा था और उसका टोपा बहुत चौड़ा था.शीला मेरे लंड को [पकड़ के जैसे की मुठ मारने लगी. उसकी आँखे मेरे लंड के उपर ही गड़ी थी. मैंने उसका माथा पीछे से पकड़ा और उसके मुहं में लंड घुसा दिया. देसी लड़की तुरंत लंड को मस्त तरीके से चूसने लगी. मैंने उसको लंड चुसाते चुसाते उसकी शर्ट के बटन खोले और शर्ट के बाद उसकी लाल ब्रा भी उतार दी. देसी स्तन पर मेरे हाथ फिर रहे थे और मेरा लंड उसके मुहं में अंदर बहार हो रहा था. मेरे लंड को मस्त मजा आ रहा था. मैंने उसे दबाया लौड़े के उपर और जोर जोर से उसका मुहं चोदने लगा. शीला का मुहं मेरे लंड से पूरा भर चूका था और उसकी आँखों से भी लंड के झटको की वजह से पानी निकलने लगा. मैंने लंड को और भी जोर से धक्के मार के शीला का मुहं चोदा. अब शीला से बर्दास्त नहीं हुआ, उसने लंड को मुहं से निकाला.शीला चूत में पूरा के पूरा लंड ले लिया
शीला अब पलंग के उपर लेट गई, मैंने देसी लड़की की टांगो को फैलाया और उसकी चूत के उपर मेरा थूंकवाला लंड रखा, लंड की गर्मी से देसी लड़की को बहुत मजा आया. उसने अपने हाथ से लंड को चूत के छेद पर सेट किया. सेंटर मिलते ही मैंने एक झटका दिया…ओऊ ओई माआआआआ…..देसी लड़की की चीख निकल पड़ी और मैंने उसके उपर जरा भी दया नहीं खाई. मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ उसकी मस्त चुदाई करने लगा. शीला आह आह ओह ओह करती रही और उसकी चूत मस्त चुद रही थी. मैंने उसकी टांगो के निचे हाथ निकाल के उसके घुटनों के निचे हाथ रख के उनको ऊँचा किया. इस तरह करने से उसकी चूत खुल सी गई और मेरा लंड चूत के अंदर तक धंस गया. शीला की आह आह अब यस आह यास में बदलने लगी और वोह मेरे कमर के उपर हाथ रख के मुझे अपनी तरफ खींचने लगी. मेरा लंड उसकी चिकनी चूत के अंदर मस्त अंदर बहार हो रहा था.मैंने लंड को उसकी चूत से पोजीशन बदलने के लिए निकाला, और उसे उल्टा कर के कुतिया यानी की डौगी स्टाइल में लिटाया. देसी लड़की को मैंने गांड पकड़ के ऊँचा किया और उसकी चूत के अंदर पीछे से मस्त लौड़ा पेल दिया. लंड चूत की गहराईओ को एक बार और छूने लगा और मैं उसे मस्त ठोकने लगा. शीला अपनी गांड के उपर हाथ रख के अपने कुलो को चौड़े करने लगी, इस से मेरा लंड देसी लड़की की चूत में और भी अंदर जाने लगा. उसकी यस्स यस्स्स्स चालू ही थी. मुझे लौड़े के अंदर अजब सी उत्तेजना होने लगी और मैंने अपने झटके और भी तेज कियें. शीला भी अपनी गांड उठा उठा के ठुकवाने लगी. मैंने दो झटके दियें होंगे तभी मेरा वीर्य उसकी चूत को भिगाने लगा. मैंने लौड़ा बहार निकाला और कपडे पहन लिए. शीला भी कपडे पहनने लगी और उसने मुझे चाय पिलाई. शीला के घर से मैं चुपके से बहार निकला और ऑटो पकड़ के अपने घर चल दिया, वह डर रही थी क्यूंकि उसकी मोम कभी भी आ सकती थी.
इस देसी लड़की की चुदाई फिर तो एक साल तक चलती रही, कुछ दिन पहले ही उसकी शादी जयपुर में हो गई. मुझे उसकी चूत का सहारा हट गया, अब में कमेन्ट में और एक चूत को अपने लिए ढूंढ रहा हूँ……!!!
Koi to hoge mail me kpatyal143@gmail.com
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