Friday 3 May 2013

नवाब की बेगम, नौकरानी सज्जो और दो तगड़े लंड – ऐतिहासिक सेक्स कहानी

कई साल के पहले की कहानी है ! एक सुरपुरा के नवाब बहोत ही अय्याशी थे ! उन्हे अनेक औरतो के साथ मजा लुटने की आदत थी ! उसकी अनेक बेगम थी पर उसमे से एक बेगम बिलकुल अलग और नवाब के स्वभाव से मिलती जुलती थी…वो तो लंड की दिवानी थी !

बेगम जहाना जवानी की मूरत थी

उस समय सुरुपुरा के नवाब की एक प्रकार से तुती बोलती थी ! वह एक नंबर का अय्याश और शराबी था ! उसकी अनेक बेगम थी ! एक से एक खुबसुरत थी ! जिनको वह चोदता था ! मांग आने पर वह गोरे चमड़े के अधीकारी को अपने बंगले पर बुलाकर उनको देशी चुतो का मजा दिया करते थे ! नवाबो मे गोरो पर इसी नवाब का सबसे अधिक प्रभाव था ! वह गोरो को खुलकर हिंदुस्तानी लौंडीयो का सप्लाई करता था ! काम काज करने वाली दासियो को तो नवाब के सामने पुरे कपडे उतारकर काम काज करने आना पडता था ! जो पसंद आए उसे नवाब कमरे मे ले जाकर उसका मजा लुटता था ! नवाब को विरोध करने की हिम्मत किसी बेगम मे नही थी ! पर एक बेगम जहाना जिसने हिम्मत जुटाकर कहा अगर नवाब को तरह – तरह के औरतो को चोदकर मजा लेने का हक है तो हम बेगमो को भी तरह – तरह के नौजवानो से चुदवाने का उनके लंड का मजा लेने का हक है ! मै तो अपनी जवान चूत को इस मरियल घोडे के हवाले नही कर सकती ! इस विचार के साथ जहाना दुसरे पुरुषो के साथ चुदवाने का विचार करने लगी ! दुसरे बेगमो के मुकाबले जहाना की चूत मस्त थी !
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लंड ककी दीवानी बेगम

तुम चूत लो हम लंड ढूंढ लेंगे

एक दिन जहाना अपनी खास नौकारनी से कहा की महल मे काम करने वाले जितने भी जवान नौकर है उनको मेरे पास खडा करो ! नौकरानी ने जल्दी से जाकर सभी जवान नौकरो को बेगम के सामने लाकर खडा कर दिया ! बेगम ने सभी को सुर्ख आखो से देखा और उनमे से दो हट्टेकट्टे नौकरो को रोक कर शेष को वापस भेज दिया…! जहाना को आज से अपनी अय्याशी का प्रारंभ करना था ! दोनो रोके गये नौकरो का कलेजा धक – धक करने लगा ! वो सोच रहे थे की बेगम ने हमे सजा देने के लिये बुलाया है ! दोनो की उम्र बीस – बाईस साल की थी..बदन से दोनो हि बेहद तगडे दिख रहे थे ! जहाना को तो अब ऐसे हि दमदार जवान की आवश्यकता थी ! जो उसकी लंड के जानदार धक्को के साथ उसके चूत की गर्मी और जलन को शांत करे ! बेगम ने अकबर और हकिक को सर से पाव तक देखा और रुतबे से पूछा  “तुम लोक कब से यहा काम कर रहे हो..?” “जी बेगम साहिबा एक साल से !” अकबर ने किसी प्रकार घबरा कर कहा…! तुम कब से हो हकिक ? “जी..जी…मै भी इसी के साथ….!” आज बेगम ने एक दो मस्त नौकरो को अपनी जवानी से खेलने का दावत दे दी थी ! नौकरानी को पता था की बेगम इन दोनो से मजा लेकर चुदवाने को उतावली हे ! उसने उन दोनों को बताया आज की रात को उन दोनो को बेगम को खुश करना है ! जब हकिक और अकबर को बेगम का ये फरमान सुनाया तो वे हक्के – बक्के रह गये और घबराहट से नौकरानी को देखते रह गये ! बेगम का हुकुम नही मानोगे तो वो तुम्हे कटवाकर कुत्तो को खिला देगी ! बेगम को खुश करके अपनी जान बचा सकते हो ! दोनो ने कापते हुये कहा अगर नवाब साहब को पता चल गया तो हम दोनो को फासी पर चढा देंगे ! “कुछ नहीं होगा तुम लोग डरो नहीं, यह लो इस डब्बे को लेके अपने – अपने लंड को साफ करके कपडो को उतारकर क्रीम लगाओ और मेरे साथ चलो…!”

शराब के नशे में डूबी बेगम चुदाई की तलब थी

वो दोनो घबराते हुए तैयार होकर नौकरानी के पीछे चले गये ! तुम लोग घबराते क्यू हो …. अरे बेगम तो मक्खन की तरह मुलायम है… उनको चुदवाने से तुम्हारा लंड तो धन्य हो जायेगा…! नोकरानी कमरे मे पहुंच गई…. आधी नंगी मस्त बेगम शराब पी रही थी …! “कहा हे?” अपनी दोनों मस्त चुन्चियो पर हाथ फेरती शराबी आंखो से पुछा…? तैयार हो रहे है…! इधर तुमको नवाब साहब चोदे है कि नही ? जहाना शराब पीकर उसे पुछ्ने लगी…! “नही..नवाब साहब तो आज कल!” मुझे पता है लडकियो की कच्ची जवानी को बुरो मे उंगली डालकर चुची चाटकर मजा लेते है ! मस्ती मे आई बेगम को देख कर नौकरानी का भी दिल जोर जोर से धडकने लगा उसके भी मन मे कामवासना प्रेरित होने लगी !……… सज्जो मेरी छाती ज्यादा बडी है क्या? नही एकदम लाखो मे एक है ! बडी छाती ही पुरुषो को ज्यादा पसंद होती है ! “ठीक है, एक बात सुनो तुम भी कमरे मे रहना !” हाय…मै कैसे मुझे तो शर्म आयेगी ! जाओ उन्हे बुलाकर लाओ ! ऐसा कहकर बेगम साहिबा अपने जवान छाती को आईने मे देखने लगी !

बेगम की मख्खन जैसी चूत को चूसा गया

दोनो अपने लंड को चिकना बनाकर हिला – डूला रहे थे ! सज्जो उन दोनो को नंगा देख कर मचल उठी ! हकिक का लंड अकबर से लम्बा और भारी था ! सज्जो की चुचीया एकदम से कडक हो उठी ! चलो मेरी हसीन बेगम की प्यास बुझाओ ! तुम दोनो की तकदीर खूल गई ! जल्दी चलो वरना बेगम मुसिबत खडी कर देगी ! हकिक बोला सज्जो बहोत डर लग रहा है! अरे डरता क्यू है जवानी का मजा लो ! ऐसा माल तुम्हे और कहा मिलेगा बेगम खुश हो गई तो शलवार तुम्हारी हो जायेगी चलों..! दोनो बेगम से डर रहे थे वरना दोनो का लंड सज्जो को देखा कर ही फनफना रहा था !  सज्जो ने अलिशान कमरे मे ले जा कर आधी नंगी बेगम के सामने खडा कर दिया !  बेगम ने दोनो के चिकने चिकने लंड को देखते हुये कहा… दोनो मेरे चुचीयो को मसलते जाओ चाटते जाओ ! आज से तुम दोनो मेरी सेवा मे रहो गे ! बेगम ने दोनो का लंड हाथ मे ले लिया दोनो के शरीर मे जैसे बिजली सी दौड गई हो..! सज्जो ये सभी हरकते देख रही थी ! उसके भी मन मे चुदाई कि वासना भडक रही थी ! बेगम के बडे बडे स्तन अकबर मूह मे लेके चाट रहा था ! बेगम की चुचीया एकदम कडक हो रही थी ! हकिक नीचे बैठ कर बेगम की चूत चाटने मै व्यस्त था ! दोनो की हरकतो से बेगम ख़ुशी के मारे बेहाल हो रही थी ! ये नजारा देखती सज्जो अपने पे काबू नही पा रही थी ! सज्जो को कपडे उतारकर सेवा करने का हुकुम अब तक नही मिला था ! वो तो उतावली हुये जा रही थी !
सज्जो बेगम साहिबा का हुकुम कब आयेगा इसका इंतजार कर रही थी ! उसकी चूत मे चुलबुलाहट पैदा हो रही थी ! बेगम साहिबा झटसे बेड पे जाके लेट गई और अपनी जांघे फैलाकर हकिक को अपनी चूत चाटने को कहा ! उपर से अकबर बेगम साहिबा के स्तन मसल रहा था ! सज्जो तो हकिक के लंड को सेक्सी नजरो से देखी जा रही थी ! उसकी चूत चुलबुला उठी थी ! “डरो नही मेरी चुचीयो को जोर जोर से मसलो” दोनो ने भी बेगम की चुन्चियों को मसलना शुरू किया ! सज्जो हाथ मे शराब लिये उनके पास आ गई ! फिर एक को चूत चाटने को कहा और दुसरे को चुंचिया ! और शराब पिती हुई बेगम मजा लुट रही थी ! सज्जो तो उन दोनो के लंड देख रही थी ! हकिक की जीभ लप लपाती हुई बेगम की चूत चाट रही थी ! सज्जो बेगम की चुची और चूत के उपर बुंद बुंद शराब टपकाने लगी ! बेगम मस्त हो गई थी ! गिरती हुई शराब की बुंदे दोनो ही चाट रहे थे ! दोनो ही अब अपना खडा लंड बेगम की चूत मे डालने के लिए बैचेन हो गए थे ! पर जब तक बेगम हुकुम नही देती तब तक कुछ नही कर सकते थे ! बेगम अब बहोत उत्साही हो कर खिल उठी थी…अब बेगम को चूत की आग शांत करनी थी ! हकिक को अपना मोटा लंड अपनी चूत मे घुसाने को कहा ! हकिक ने बेगम की टांगे फैलाई और आपना खडा मोटा लंड बेगम की चूत के उपर रखा और धीरे धीरे अंदर घुसाने लगा ! जैसे हि उसका लंड बेगम की चूत मे जाने लगा बेगम ख़ुशी के मारे खिल उठी ! हकिक अब उसका पुरा का पुरा लंड बेगम की चूत मे डालने लगा ! जोर जोर से धक्के देने लगा….. बेगम के स्तन झिलमिलाकर हिलने लगे ! एक तरफ से सज्जो बैचेन हुई जा रही थी !

सज्जो को भी बेगम ने लंड लेने को कहा

बेगम ने सज्जो को होंठो पर जबान फिराते देखा और उसे कहा, आजा सज्जो तू भी. बेगम ने अकबर को इशारा किया और सज्जो की चूत तुरंत ही अकबर पूरी जबान डाल के चूसने लगा. सज्जो के बड़े बड़े दूध से भरे स्तन वोह खुद अपने हाथो से दबाने लगी. सज्जो के अंदर भी काम का झरना बहने लगा था जिसकी कुछ बुँदे अकबर के मुहं में आ गई थी, यही बुँदे उसे जबान के उपर खारेपन का अहेसास दे रही थी. सज्जो ने अकबर के माथे को जोर से दबाया और पूरी जबान उसकी चूत में घुसी पड़ी थी. बेगम ने शराब पीते पीते सज्जो को कहा, सज्जो तू भी बड़ी चुदक्कड है ना, मुझे पता है तू इस नवाब के बाप अनवर हुसेन से भी चुदवा चुकी हैं. आज मुझे पता चला की अनवर हुसेन को कितना मजा आया होंगा जब उसने तेरे इतने भारी दूध को पिया होगा. सज्जो कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी क्यूंकि अकबर ने उसे बेहाल किया हुआ था. हकिक की चुदाई में अब कुछ स्पीड आई थी और वोह बेगम को जोर से लंड दे रहा था. बेगम की नशीली आँखे अब बंध होती लग रही थी, अंगूरी शराब का नशा और उपर से लंड का सुहागा, अच्छी अच्छी चुतो का नशा उतार देता हैं. हकिक भी बेगम साहिबा को गले और कान के उपर दांत से छोटे छोटे बचके भर रहा था, उसके दिल में डर था लेकिन थोड़ी चुदाई में ही उसे पता चल गया की बेगम लंड की दीवानी हैं और आज कोई गुस्ताखियां नहीं होनी हैं. और अगर कुछ गुस्ताखी हुई भी तो वह चुदाई की आड़ में माफ़ ही हैं.

चार खाने चित हो गए

सज्जो को भी अब लंड लेने की लालसा जागी थी, अकबर का चिकना लौड़ा उसने पहले सहलाया और फिर उसे मास्त चूसा. अकबर एंठने लगा था. सज्जो अब अपने पाँव निचे फर्श पर फैला के लेट गई. अकबर ने उसके पाँव उठाये और उसकी चूत में अपना लंड दे दिया. सज्जो निचे चुदवाने लगी और हकिक पलंग के उपर जहाना बेगम को वही स्पीड से ठोक रहा था. बेगम आँखे बिच बिच में खोल के हकिक को जागते रहने का अहेसास करवाती थी. हकिक को बहुत मजा आ रहा था क्यूंकि सज्जो ने बताया वैसे इस बेगम की चूत सच में मख्खन थी. उसका लौड़ा पूरा अंदर बहार हो रहा था और बेगम भी उसे उकसा उकसा मरवा रही थी. हकिक का लंड अब बर्दास्त के बहार उत्तेजित हो गया और उसके अंदर से वीर्य का फव्वारा छुट पड़ा. हकिक का सारा वीर्य बेगम जहाना ने चूत में भर लिया.
अकबर का लंड भी सज्जो को वही स्पीड से ठोक रहा था और सज्जो अपनी गांड उठा के हिला रही थी, उसकी चूत के अंदर लंड पूरा घुस के उसे जोर जोर से ठोक रहा था. अकबर ने सज्जो की कमर से उससे उठाया और आह आह करते दोनों चुदाई के सागर में डूबे रहे. इस सागर का पानी कुछ 5 मिनिट की चुदाई के पश्चात बहने लगा और सज्जो ने अकबर को कस के दबा लिया. सज्जो दो बार झड चुकी थी. बेगम जहाना तो लंड और शराब का नशा कर के सो चुकी थी. सज्जो खड़ी हुई और उसने बेगम के कपडे सही किये और उसके उपर चद्दर डाल दी. हकिक और अकबर भी कपडे पहनने लगे. सज्जो ने उन्हें कहा की वोह बात कर लेगी और उन दोनों को शाम से बेगम के महल में ही रहना था. अकबर और हकिक फिर तो बेगम के चूत के गुलाम बन गए और बेगम और सज्जो की चुदाई एक मात्र काम बचा था उनके लिए….!!!

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