Friday 3 May 2013

झांटो वाली चूत से देसी सेक्स

ऐसा हैं तो सुजाता से ही देसी सेक्स क्यों नहीं कर लेते

बात तब की हैं जब मैं, मेरी पत्नी, महेश और उसकी बीवी सुजाता टूर के लिए शिमला गए हुए थे. इस से पहले भी हम लोग अक्सर साथ में घुमने गए थे, लेकिन यह टूर मेरी जिन्दगी में यादगार बन गई क्यूंकि इसी टूर के अंदर मैंने पहली बार सुजाता को चोदा था, देसी सेक्स की यह घटना एकदम से बनी थी. लेकिन इस देसी सेक्स के बाद मैं और सुजाता एकक दुसरे के साथ सेक्स का सिलसिला चालू कर बैठे. मेरी उम्र 29 की हैं और मैं दिखने मैं तंदुरस्त और मजबूत हूँ. सुजाता भी मेरे से एकाद साल छोटी थी और उसकी बोड़ी तो कमाल थी, उसकी फ़िगर 34-30-34 की थी और उसमे शादी के 4-5 साल के बाद भी अपनी फिगर को टिका के रखा था. मैं अक्सर मेरी बीवी को सुजाता का उदहारण देता था की कैसे फिगर मेंटेन किया जाए. मेरी बीवी हमेंशा कह देती ऐसा है तो सुजाता से ही देसी सेक्स कर लो ना….मैं तब उसकी बात ध्यान पर बिलकुल नहीं लेता था.
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सेक्सी सुजाता भाभी

स्विमिंग पुल में मस्ती की शरुआत

शिमला में गर्मियां भी ठंडी होती हैं, और हम लोग हमारे हिल स्टेशन ट्रिप का जबरदस्त लुत्फ़ उठा रहे थे. उस दिन महेश को कुछ काम से बहार जाना पड़ा, उसकी फफेरी बहन शिमला के पास ही एक छोटे से गाँव में रहती थी और वोह उसे मिलने चला गया, सुजाता उसके साथ नहीं गई थी. दोपहर का खाना हम लोगो ने होटल में खाया और अपने अपने रूम में जा रहे थे तभी सुजाता ने मेरी बीवी से कहा की आज शाम को स्विमिंग पुल जाएंगे..! मेरी बीवी और मैं दोनों ही उसके प्रस्ताव से खुश हुए. शाम के 5 बजे थे की होटल के रूम में सुजाता ने फोन किया, चलिए जाते हे 10 मिनिट में बहार आ जाइएगा. मेरी बीवी को उसने आगे की जो एक लाइन कही वो सुनके मेरा लंड देसी सेक्स की मस्ती में झूल उठा. सुजाता ने मेरी बीवी से कहा, क्या आप लोग बस दोपहर का अकेलापन देखा नहीं की देसी सेक्स को लग पड़ते हों. मैं बीवी की बगल में ही लेटा था इसलिए मुझे यह बात सुनाई दी थी. मैं मनोमन सोच रहा था, सुजाता भाभी भी चालू माल हैं साला…!
मैं अपनी छोटी लंगोट पहने निकला और मेरी बीवी ने अपनी लंबी नाईट सूट डाली हुई थी, वोह अपने स्विमिंग कोस्च्युम नहीं लाइ थी बिलकुल मेरी तरह. जब हम बहार निकले सुजाता को देख मेरा तोता टे टे करने लगा. वोह बिलकुल छोटा स्विमस्यूट पहने खड़ी थी, बिकिनी में उसकी जांघे किसी भी मर्द का लंड उठाने के लिए काफी थी. मेरे मन में पहेली बार ख्याल आया की आज महेश नहीं हैं पूरा दिन और अगर सुजाता भाभी को पटा लिया जाए तो देसी सेक्स की मस्त व्यवस्था हो सकती हैं. मेरी बीवी बिलकुल भोली थी और उसे मैं कुछ भी बहाना बोल दूँ वो मेरा यकीन कर लेती थी. मेरी नजरें सुजाता भाभी के ऊपर गड सी गई थी. मेरी बीवी और वोह दोनों आगे चलने लगी और मैं पीछे चलते हुए मेरी दोस्त की बीवी की मटकती गांड को देख रहा था. उसके कुले मटक मटक हो रहे थे, कभी इधर का ऊँचा होता तो तुरंत बाजूवाला कुला उसे निचा कर के खुद ऊँचा होता था. साला लंड उठाने के मशीन थे ये गांड के मटके. स्विमिंग पुल के पास आते ही सुजाता भाभी अपने शरीर के उपर एक क्रीम लगाने लगी, शायद वो सन बर्न से बचने के लिए सनस्क्रीन लोशन था. उसने मुझे और मेरी बीवी को भी वो दिया. वोह लोशन लगाके तुरंत स्विमिंग पुल में कूद पड़ी. मैं और मेरी बीवी भी उसके पीछे कूदे. अंदर जा के भी मैं देसी सेक्स का कोई प्लान ही सोच रहा था. तभी सुजाता बोली आइये हम लोग पकड़म पकड़ी खेले. मेरी बीवी हंसने लगी और बोली, क्या बच्चो वाला खेल खेलने की बात करते हों. लेकिन मैंने कहा हां खेलते हैं.

मेरी पकड़ने की बारी आई और मैं पकड़ ही ली

हम लोगो ने हाथ उछाल के कोन पहले पीछे भागे गा यह डिसाइड किया और नसीब से मेरी ही बारी आई इन लोगो को पकड़ने की. मैं पुल के बहार गया और 5 तक गिनती करने लगा. मेरी बीवी और सुजाता भाभी पुल में थे. मेरी गिनती खत्म होते ही मैं पुल के अंदर छलांग लगा के सुजाता भाभी की तरफ तैरने लगा, मेरी बीवी तब तक पुल के बिच की दीवाल फांग के बच्चो वाले पुल में चली गई. मैंने सुजाता भाभी के [पास जाने के लिए जोर जोर से हाथ पैर चलाये और वो मेरी स्पीड से मात खा गई. मैंने उसे पीछे से दबोचा और मेरा देसी सेक्स के लिए बेताब लौड़ा उसके गांड के उपर सट गया. शायद लौड़े की सख्ती भाभी को भी अपनी गांड पे महसूस हुई क्यूंकि उसकी आंखो में एक बदलाव सा आ गया. मेरी बीवी बहुत दूर थी और उसके हम लोगों को देखने के कम चांसिस थे. भाभी को मैंने कमर से पकड़ा था. वोह कुछ बोल नहीं रही थी, ना ही मैं उसे छोड़ रहा था. मेरा लंड ऐसे भी देसी सेक्स की मांग कर रहा था और सुजाता की गांड उसे आराम दे रही थी.

छोडो ना, भाभी देख लेगी….!

इसके बाद सुजाता बोली, छोड़िये ना भाभी देख लेंगी. मैंने कहा देख लेने दीजिए ना, आप पकड़ी गई हैं और आप को हमको पकड़ना पड़ेगा. मेरे आश्चर्य के बिच सुजाता भाभी ने मेरे लंड पे हाथ दिया और बोली लो पकड़ लिया. साली रंडी थी पूरी महेश की बीवी. मुझे अब पूरा अहेसास हुआ की सुजाता भी मुझ से देसी सेक्स करवाना चाहती थी. मैंने अंदर पड़े पड़े ही उसकी गांड के अंदर ऊँगली डाल दी. वोह आह आह करने लगी. सामने नहा रहे दो जवान लड़के हमें देख रहे थे. सुजाता बोली, आप नहा के मेरे कमरे में आना यहाँ कोई देख लेगा हमें. मैंने कहा ठीक हैं. मेरी बीवी भी आ गई और मैंने कहा चलिए सुजाता भाभी आपकी बारी हैं अब. सुजाता बहार निकली गिनती के लिए और मैं उसकी वही सेक्सी गांड को देख रहा था. हम लोग 15 मिनिट तक नहाते रहे और फिर अपने रूम की ओर चल दिये. सुजाता रस्ते में बोली, अब मैं एक घंटा आराम से सो जाउंगी. भाभी आप भी आराम कर लेना. शाम को हम लोग थोड़ी शोपिंग कर लेंगे. साली ने बातो बातो में मेरा रास्ता साफ़ किया था.
बीवी के सोते ही मैंने चुपके से बहार निकलने की कोशिश की लेकिन जैसे मैं अपना मोबाइल लेने गया वोह मेरे कदमो की आहट से उठ गई, मैंने नॉर्मली बिहेव किया और उसे कहा मुझे नींद नहीं आ रही इसलिए मैं बाहर जा के सिगरेट पी रहा हूँ. वोह वापस सो गई और मैं फट से बहार भागा. मैंने एक मिनिट तक लोबी में चक्कर लगाये और फिर धीरे से सुजाता के रूम के दरवाजे पे हल्का नोक किया. देसी सेक्स का नशा लौड़े पर चढ़ा था और वोह मेरी पेंट के अंदर मस्त तन गया था. मैंने जैसे नोक की सुजाता ने फट से दरवाजा खोला. मैंने देखा की वोह दूसरी एक बिकिनी पहने खड़ी थी और उसकी मस्त जांघे दिख रही थी. मुझे अंदर ले के उसने दरवाजा बंध किया और मैंने अभी भी उसकी गांड को ही देख रहा था. कुछ बोलने की जरुरत नहीं पड़ी इस रंडी भाभी को क्यूंकि वोह सीधी आके मेरी बाहों से लिपट गई और मुझे होंठो पर चूमने लगी. मेरा लंड उसकी चूत के आगे स्पर्श हो रहा था और वोह धीरे से अपना हाथ निचे ले आई उसका हाथ मेरे लंड को पेंट के अंदर सहलाने लगा था.

सुजाता भाभी की चूत या भोसड़ा

सुजाता ने तुरंत अपनी बिकिनी उतार दी, साली ने अंदर कुछ और नहीं पहना था. वोह भी देसी सेक्स के लिए तैयार बैठी थी. उसने जैसे अपनी चूत के ऊपर से बिकिनी हटाई उसकी घटादार झांटोवाली चूत देख के मैं सोचने लगा इसे चूत बोलूं या भोसड़ा क्यूंकि उसके उपर बहुत सारे बाल थे जिन्हें एक एक इंच लम्बा हो जाने तक काटा नहीं गया था. मेरी पेंट भी इस देसी सेक्स की प्यासी भाभी ने उतार दी.मुझे भी कब से देसी सेक्स की तलब लगी थी इसलिए लौड़ा क़ुतुब मीनार बना पड़ा था. सुजाता भाभी ने लौड़े को हाथ में ले के मुठ मारा और फिर सीधा अपने गरम गरम मुहं में ले लिया. उसका मुहं मेरे लंड पर चलने लगा और मेरे हाथ लम्बे हो के उसकी चूत के बालो से होते हुए उसके छेद में ऊँगली करने लगे. सुजाता भाभी लंड चूसते चूसते आह आह कर रही थी, उसकी आवाज लंड में ही दब जा रही थी. मुझे भी उसके चूसने से बहुत मजे आ रहा था. मैंने सुजाता भाभी का मुहं पीछे से पकड़ा और उसके मुहं में जोर जोर से लौड़ा घुसाने लगा. सुजाता भाभी के मुहं से ग्गग्ग्ग ग्गग्ग्ग्ग ऐसे आवाज निकलने लगी लेकिन वोह पूरा लौड़ा अपने मुहं में दबाये उसे चुस्ती रही. मैंने 69 जैसे पोजीशन बनाई थी लेकिन मैं उसे चूस नहीं रहा था, सच बताऊँ तो मैं उसके बाल से ही डर गया था. लेकिन मेरी ऊँगली उसे गरम करती थी और उधर मैं बीच बीच में उसे लौड़े से मुहं में चोदता था.

चलो अब देसी सेक्स कर भी लें

कुछ 10 मिनिट तक भाभी मेरा लौड़ा चुस्ती रही, उसे भी मेरी ताकत का अंदाजा हो गया था, लेकिन उसकी चूत भी अब लौड़ा मांगने लगी थी इसलिए उसने लौड़ा अपने मुहं से निकाला और खड़ी हुई. मैंने लौड़े को हाथ से पकड़ के हिलाया, लंड पूरा थूंक से भरा हुआ था. सुजाता ने पलंग के ऊपर लेटे हुए अपनी चूत को अपने हाथ से फैलाया. पहली बार मुझे चूत के अंदर की लाली दिखी, चूत भी देसी सेक्स मांग रही थी क्यूंकि उसके अंदर भी काफी प्रवाही निकला था. मैंने सुजाता भाभी के पास जा के उनके चूत के ऊपर मेरा 9 इंच लंबा लौड़ा रख दिया. मेरा लौड़ा एक ही झटके में इस गीली और रसीली चूत के अंदर घुस गया. भाभी और मैं झटके ले दे के देसी सेक्स के मजे लेने लगे और वोह मुझे कमर से पकड़ पकड़ के अपनी चूत मरवाने लगी. सुजाता भाभी पूरी रंडी थी क्यूंकि वो चूत में पूरा लंड ले के भी मुझ से और उम्मीदे कर रही थी. मेरा बस चलता तो लौड़ा काट के उसकी चूत में ही जिन्दगी भर के लिए ठूंस देता, साली मुझे जोर जोर से अपनी तरफ खिंच रही थी. मैंने भी उसे जितना जोर से लौड़ा अंदर दे सकता था उतने जोर से उसको ठोका.

भाभी को देसी सेक्स के बाद गांड भी मरवानी थी

भाभी की चूत को कुछ देर चोदने के बाद मैं हांफने लगा था लेकिन सुजाता तो अभी भी अपनी गांड हिला हिला के देसी सेक्स के मजे ले रही थी. मेरा लंड भी ऐसे चौड़ी चूत में आज तक गया नहीं था इसलिए मेरा स्खलन भी नहीं हो रहा था. तभी सुजाता भाभी उठी और उसने चूत को आगे लेते हुए लंड को बहार किया. मुझे लगा की वोह दूसरी पोजीशन में चुदवाना चाहती होंगी, लेकिन उसने तो लंड को पकड़ के अपनी बड़ी गांड में ले लिया. उसकी गांड बहुत गर्म और सख्त थी और मैं अब हिल के उसे ठोकने लगा. सुजाता भी आगे पीछे होके गांड का देसी सेक्स करने लगी. मेरा लंड इसकी गांड की गर्मी ज्यादा बर्दास्त नहीं कर पाया और कुछ झटको में ही मेरा वीर्य सुजाता भाभी की गांड के ऊपर निकल पड़ा. सुजाता भाभी ने अपनी गांड से वीर्य ले के अपनी चूत पर रगडा और वोह संतोष की सिस्कारियां लेने लगी. मैंने फट से कपडे पहने क्यूंकि बीवी अगर गलती से यहाँ आ गई तो देसी सेक्स तो क्या सेक्स में भी प्रॉब्लम आ जाती.
सुजाता भाभी इसके बाद तो मुझे हर हफ्ते फोन कर के बुलाती थी, मैं अक्सर उसे टाल देता था. कभी कबार मेरा मन करता तो मैं उसे जाके चोद लेता हूँ. हाँ उसकी सेक्स की भूख मिटाने के लिए मैंने उसे अपने दोस्त अनवर का नंबर दे दिया हैं, मुझे पता हैं अनवर उसकी चूत जरुर फाड़ देगा.

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