गरमी के दिन थे मै ऑफिस से घर मे आकर अपने कपडे निकाल कर सिर्फ
अंडरवेयर और बनियन में ही बेड पर पडा आराम कर रहा था ! खुला हुआ था इसलिये
मेरे लंड मे कूछ कूछ सेक्स कि उत्तेजना महसूस हो रही थी ! मैं बेड पे आराम
करते हुए लगभग दस मिनिट हो गये होंगे इतने मे किसीने दरवाजे पर खटखटाया !
इस वक्त कौन आया होगा ये सोचते हूए मैने दरवाजा खोला और शरम के मारे चूर हो
गया ! सामने मालती भाभी खडी थी ! मालती भाभी हमारे हि कॉलनी मे से मेरे
अच्छे दोस्त कि बीवी थी ! उनकी उम्र लगभग 35 होगी, वो शरीर से बडी ही मस्त
और आकर्षक थी ! “आईये ना अंदर” दरवाजे से हटते हुए मैने बोला ! वो कमर
लचकाती हुई अंदर आके बेड पर बैठ गई ! मैने झट से लुंगी पहन ली और कहा “कैसे
आना हुआ?” “वैसे तो मे आपको बधाई देने आई हूँ!” मैने थोडा आश्चर्य से
पुछा “बधाई? वो कीस बात की ?” कल आपने सूरपेटी बहोत अच्छी बजाई, अभी भी वो
स्वर मेरे कान मे गुंज रहे है ! उनकी बात सही थी क्युंकी मैं एक कार्यक्रम
मे पेटी बजा रहा था ! मैने कहा “मै ऐसे ही बजा रहा था, पहले से ही मुझे
संगीत का शौक है ! इसीलिए मै आपको मिलने के लिए आई हुं ! मुझे उनकी ये बात
कूछ समज मे नही आयी मै शांत ही रह गया ! वो फिर से बोली “एक बिनती है आपसे,
सुनेंगे क्या ?” “आप जो कहेंगी वो करुंगा इसमे बिनती कैसी !” मैने
सहजवृत्ती से कहा !
“मुझे भी संगीत का शौक है, पहले से ही मुझे सूरपेटी सिखने की इच्छा थी पर वक्त हि नही मिला…. आप अगर मेरे लिये थोडा कष्ट उठायेंगे…. मुझे सिखायेंगे तो मुझे बहोत अछा लगेगा… हमारे घर मे सूरपेटी भी है ! हमारे उनसे भी मैने इजाजत ले ली है और रात का खाना होने के बाद हम तालीम शुरू कर देंगे ! मुझे उन्हे ना कहना मुश्कील हो गया…मैने कहा “चलेगा, रोज रात को हम नौ से दस तालीम करेगे !” ऐसा सुनते हि उनका चेहरा खिल उठा ! दो तीन दिन मे तालीम शुरू करेंगे ऐसा कबुल करके वो चली गई ! तिसरे दिन मै रात को साडे नौ बजे उनके घर पहोंच गया ! “आनंद कहा है ?” मैने अंदर आते ही पूछा ! आपकी राह देखकर वो सो गये, आप कहे तो मै उन्हे उठा दु ?” मैने कहा नही रहने दो ! मै मालती भाभी के साथ एक कमरे मे चला गया ! ये जगह तालीम के लिए बहोत अच्छी है ! मालती भाभी ने सब खिडकीया बंद की और कहा “ये कमरा हमारे लिये रहेगा” एक पराई औरत के साथ कमरे मे अकेले रह के मै कुछ अजीब सा महसूस कर रहा था ! मालती भाभी को देख मेरे लंड मे हलचल पैदा होने लगती थी ! उस दिन उनको बेजिक चीजे सिखाई और मे चल पडा ! उसके बाद कूछ दिनो मे तालीम मे रंग चढने लगा ! मालती भाभी मेरी बहोत अच्छी तरह से खयाल रखती थी ! चाय तो हररोज मुझे मिलती थी, कभी कभी आनंद भी आ जाता पर ज्यादा देर नही रूकता….लगता था उसका और संगीत का कूछ 36 का आंकडा था !
“मुझे भी संगीत का शौक है, पहले से ही मुझे सूरपेटी सिखने की इच्छा थी पर वक्त हि नही मिला…. आप अगर मेरे लिये थोडा कष्ट उठायेंगे…. मुझे सिखायेंगे तो मुझे बहोत अछा लगेगा… हमारे घर मे सूरपेटी भी है ! हमारे उनसे भी मैने इजाजत ले ली है और रात का खाना होने के बाद हम तालीम शुरू कर देंगे ! मुझे उन्हे ना कहना मुश्कील हो गया…मैने कहा “चलेगा, रोज रात को हम नौ से दस तालीम करेगे !” ऐसा सुनते हि उनका चेहरा खिल उठा ! दो तीन दिन मे तालीम शुरू करेंगे ऐसा कबुल करके वो चली गई ! तिसरे दिन मै रात को साडे नौ बजे उनके घर पहोंच गया ! “आनंद कहा है ?” मैने अंदर आते ही पूछा ! आपकी राह देखकर वो सो गये, आप कहे तो मै उन्हे उठा दु ?” मैने कहा नही रहने दो ! मै मालती भाभी के साथ एक कमरे मे चला गया ! ये जगह तालीम के लिए बहोत अच्छी है ! मालती भाभी ने सब खिडकीया बंद की और कहा “ये कमरा हमारे लिये रहेगा” एक पराई औरत के साथ कमरे मे अकेले रह के मै कुछ अजीब सा महसूस कर रहा था ! मालती भाभी को देख मेरे लंड मे हलचल पैदा होने लगती थी ! उस दिन उनको बेजिक चीजे सिखाई और मे चल पडा ! उसके बाद कूछ दिनो मे तालीम मे रंग चढने लगा ! मालती भाभी मेरी बहोत अच्छी तरह से खयाल रखती थी ! चाय तो हररोज मुझे मिलती थी, कभी कभी आनंद भी आ जाता पर ज्यादा देर नही रूकता….लगता था उसका और संगीत का कूछ 36 का आंकडा था !
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